सिविक सोसायटी के दबाव पर झुके परिवहन मंत्री, वापस लेना पड़ा अपना फैसला
बस स्टैंड की रिवाइज ड्रांईग व डिजायन मंडी पहुंचे, निर्माण का काम फिर शुरू
पहली दो मंजिलों पर बनेगा बस अड्डा , तीसरी मंजिल पर कमर्शियल कांप्लेक्स
मंडी
मंडी में निर्माणाधीन बस स्टैंड अब छह मंजिल का नहींं बल्कि तीन मंजिल का होगा। नीचे की दो मंजिलों पर बस अड्डा होगा जबकि तीसरी मंजिल पर कमर्शियल तौर पर प्रयोग की जाएगी। बस स्टैंड का निर्माण कार्य फिर से शुरू करने के लिए निर्माण संबंधी रिवाईज ड्राईंग और डिजायन हिमुडा के मंडी कार्यालय में पहुंच गए हैं। हिमुडा के अधिकरियों का कहना है कि जल्द ही मंडी बस अड्डे का निर्माण कार्य फिर से शुरू किया जा रहा है। मंडी सिटीजन कांउसिल और आरटीआई ब्यूरो मंडी ने इसे लोगों की जीत करार दिया है। दरअसल सिविक सोसायटी के दबाव के चलते परिवहन मंत्री महेंद्र सिंह को अपना फैसला वापस लेना पड़ा है। मंडी बस स्टैंड को लेकर परिवहन मंत्री महेंद्र सिंह विवादों में घिर गए थे। महेंद्र सिंह ने यह घोषणा की थी कि मंडी का बस स्टैंड छह मंजिल का बनेगा। उन्होंने यहां 245 दुकानें बनाने की बात भी कही थी। मंत्री पर आरोप थे कि वह बस स्टैंड की जगह शॉपिंग कांप्लेक्स बना रहे हैं। स्थानीय विधायक अनिल शर्मा के विरोध के बाद मंडी के सामाजिक संगठनों ने परिवहन मंत्री के इस फैसले का कड़ा विरोध किया था। सूचना अधिकार कानून के तहत मंडी की संस्थाओं ने बस स्टैंड का इंस्पेक्शन किया था और निर्माणाधीन बस स्टैंड पर कई जन सुविधाओं का प्रावधान न होने पर इसकी शिकायत मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल से की थी। मुख्यमंत्री ने इस की जांच करवाने के लिए प्रदेश की मुख्य सचिव को आदेश दिए थे। वन विभाग और नगर नियोजन विभाग की आपत्तियों के बाद के बाद बस स्टैंड रोक दिया गया था। हिमुडा मंडी जोन के अधिक्षण अभियंता राकेश शर्मा का कहना है कि मंडी बस स्टैंड की रिवाइज ड्राईंग मंडी हिमुडा कार्यालय पहुंच गई है। मंडी बस स्टैंड का दोबारा काम शुरू किया जा रहा है। रिवाईज ड्रांईग के मुताबिक बस अड्डे की तीन मंजिलें होंगी और इस के लिए 14 करोड़ का प्रावधान है। मंडी सिटीजन कांउसिल के अध्यक्ष वाईएन वैद्य कहते हैं कि यह आम जनता की जीत है। सरकार को काम वैसा ही करना होगा, जैसी जनता चाहेगी। मंडी बस स्टेंड के लिए मुख्यमंत्री के हस्तक्षेप पर हुए फैसले का स्वागत है। सरकार ने जनता की भावनाओं की कद्र की है। लवण ठाकुर ने सकरार के इस फैसले का स्वागत करते हुए कहा है कि सरकार का यह फैसला जनभावनाओं की कद्र करने वाला है।
अब 25 नहीं 14 करोड़ का प्रावधान
परिवहन मंत्री महेंद्र सिंह ने कहा था कि मंडी के बस स्टैंड के निर्माण पर 14 करोड़ नहीं 25 करोड़ रुपए खर्च किए जा रहे हैं। निर्माण को लेकर हुए विवाद के बाद जब बस अड्डे के निर्माण के लिए रिवाइज डिजायन और ड्राइंग मंडी पहुंच गए है तो बताया जा रहा है कि अब मंडी बस स्टैंड के निर्माण पर 25 करोड़ नहीं बल्कि 14 करोड़ रूपए खर्च किए जाएंगे। हिमुडा के मंडी जोन के अधीक्षण अभियंता राकेश शर्मा ने बताया कि रिवाइज ड्राईंग के अनुसार बस अडडे के लिए तीन मंजिलों का ही प्रावधान है और इसके लिए 14 करोड़ का प्रावधान किया गया है।
Friday, September 3, 2010
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